नये वर्ष की नई शपथ !
नये वर्ष के आते हीं हमने
शुभकामनाओ की झड़ी लगाई!
कहीं व्हाट्स ऍप और एस ऍम एस तो
कहीं हाथ मिलाकर दी बधाई और
कहीं बांटी फूल मिठाई!
जख्म अभीतक भरे नहीं थे कि
ले नई उमंगो को, नव वर्ष दरवाजे पे आई!
अब उसका सत्कार तो करना हीं था
ला मुस्कुराहट चेहरे पर हमने
शुभसंदेशों की झड़ी लगाई!
चाँद सितारों तक को पाने की सारी दुआएं हमने भी पाई
पर उन सपनो को कैसे पूरा करना हैं
नहीं किसी ने मुझे बताई!
अब बहुत मिलचुका सपनो का उपहार
अब सोचना था
उन सपनो को पूरा करने का
कौन सा राह करें अख्तियार!
नये वर्ष की नई शपथ ले
अब हम सब हैं तैयार!!
जहाँ बच्चे मन लगा पढ़ने का लेते हैं शपथ
वहीँ युवा देश का अपने कर्मो से
देश को सम्मान दिलाने का लेते हैं शपथ!
तथा देश के बड़े बुजुर्ग नेतागण
जनहित में जो भी कानून बनाते हैं
उन कानूनों का अपने संविधान का
पालन करने का हम सब लेते हैं शपथ!
इस नये वर्ष की नई शपथ पे
अमल कर हम सब देश को
नई उचाईयों पर ले जाने का लेते हैं शपथ !!!
— Written by Anil Sinha