July
10
एक मुलाकात ज़िंदगी से
ज़िंदगी के सफर में
एक दिन ज़िंदगी से
मुलाकात हो गयी !!
जल्दी में थी वो
पर चलते चलते
कुछ बात हो गयी !
मैंने पूछा ज़िंदगी से
हमे तो आप जान से ज्यादा प्यारी हो
फिर क्यों आप अक्सर मुझे रुलाती हो !!
हंसकर बोली ज़िंदगी
मैं भी तो तुमसे उतना ही प्यार करती हूँ
तभी तो ज़िन्दगी के मायने सिखाती हूँ !!
कभी हसाती हूँ
कभी रुलाती हूँ !
कभी फूलों पे
तो कभी
काँटों पे चलाती हूँ !!
यह ज़िंदगी तो
धुप छाओं की है !
कभी ठंडी छाओं होगी
तो कभी कड़ी धुप होगी !
बस जीना तो
हर हाल में है
मुस्कुराहटें जो चेहरे पे बनी रहे
तो ज़िंदगी आसान होगी !!
– Written by Anil Sinha
Wow…. Bahut Khub.. … heart touching