कौन हैं किसका दुश्मन ?
रौशनी का दुश्मन अंधकार होता हैं
रौशनी जहाँ होता अंधकार नहीं टिक पाता हैं !
अज्ञान का दुश्मन शिक्षा होता हैं
शिक्षा जहाँ आ जाता अज्ञान नहीं टिक पाता हैं !
वैमनष्य का दुश्मन शौहार्द होता हैं
लोग गले जब लगजाते हैं वैमनस्य कहीं छुपजाता हैं !
गरीबी का दुश्मन अमीरी ? नहीं !
अमीर सोच हीं होता हैं !
ये सोच ही हैं जो इंसान को गरीब और अमीर बनाता हैं !
जन्म लेकर भी गरीब के घर में कोई गरीब नहीं होता हैं
माँ बाप और उसके परिवेश का सोच गरीब होता हैं !
जब वो बच्चा अपने सोच का मालिक खुद बनजाता हैं
और बड़े सोच का मालिक बन वो सोच बड़ा बनाता हैं !
मालिक तब उसको वो सब देता हैं जो हसरत उसका हैं!
अब आप बताओ कौन हैं किसका दुश्मन?
एक छोटा सोच जो गरीब बनाता हैं वो दुश्मन होता हैं
एक बड़ा सोच जो अमीर बनाता हैं वो दोस्त होता हैं !
अब जब सोच हीं दोस्त सोच हीं दुश्मन होता हैं
हमको जो बनना होता हैं वो हीं दोस्त हमें चुनना होता हैं
कहते हैं संगत का असर हमपर बड़ा हीं होता हैं !!!
— Written by Anil Sinha