January 2

मंगल पावन वर्ष !

नये वर्ष की पावन बेला में
शुभ कामनाओं की झड़ी लगी हैं!

कितना मंगलमय ये पावन पल हैं
सुभकामनाओं से मोबाइल मेरी भरी पड़ी है!

दोस्त और दुश्मन का  कोई भेद नहीं हैं
मानो आपस का  कोई मतभेद नहीं हैं!

अच्छे भावनाओ के आदान -प्रदान का
एक सकारात्मक सोच का सुन्दर माहौल बना हैं!

वैसे सोचो तो बात कोई विशेष नहीं हैं
दो शब्द मंगल कामनाओं के  क्या
किसी का भाग्य बदल सकता हैं?

हाँ!एक नहीं लाखो लोग जब  वही बात कहेँगे
तो सच तो उसको होना हीं  हैं!

एक एक बून्द  स्नेह का मिलकर
एक स्नेह का सागर तो बनना हीं हैं!

बारम्बार मन्त्रोंचारण  जैसे
मंदिर का माहौल बदल देता हैं!

बारम्बार कहे मंगल शब्द सब मंगल कर देता हैं
बहुत जोर होता है शब्दों में जब लाखो कह देता हैं!
चाहे वो शब्द अमंगल या मंगल का होता हैं!

ये नया वर्ष भी एक ऐसा हीं दिन होता हैं
जाने अनजाने हीं मंगल  वर्षा होता हैं!

हम तो शोच रहें हैं कि काश
हर दिन या माह एक नया वर्ष होता तो
हमारे कहे शब्द लाखो का  भाग्य बदल देता !

औपचारिक हीं सही हम मंगल शब्द जब कह जाते हैं!
जाने अनजाने हम भाग्यविधाता बनजाते  हैं!

तो बारम्बार कहें सबको हैप्पी न्यू ईयर
ये शब्द हैं,जो हम सबका भाग्य बदल देता हैं !!!


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Posted January 2, 2021 by anilsinha in category "Poems

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