अपने सोच को बदलो !
अगर जीवन में कुछ करना हैं हासिल तो
अपनी सोच को बदलो !
मरे हुए उन ख़्वाबों को
पहले जिन्दा करलो !
नहीं होगा हमसे ये संभव
इस वहम को मन से निकालो !
आज सफल जो कोई भी हैं
वो भी एक हाड़मांस का पुतला हैं !
फर्क उसमे और तुममें सिर्फ इतना हैं
उसने अपनी सोच बदल ली !
उसके जैसा बनना हैं तो
तुम भी अपने सोच को बदलो !
नहीं होगा ये संभव के बदले सोचो
होगा ये सब मुझ से संभव !
फिर अपने ख़्वाबों को सहलाओ
उसे बड़ा बनाओ !
जितनी बड़ी ख्वाब तुम्हारी होंगी
उतना बड़ा नतीजा होगा !
इन ख़्वाबों के बल पर ही
हर ख्वाब तुम्हारा पूरा होगा !
कुछ लोगों ने खुद को बांध रखा हैं
संकीर्ण विचारों के जंजीरो में !
वो तो ऐसे जकड़े हैं अपने ही जंजीरो से
नहीं करना चाहते आजाद खुद को अपने जंजीरो से !
उन्हें बताया सिर्फ सोच बदल कर
आप अमीर बन जाओगे !
ऐसे डर के भागे वो कही अमीर ना बन जाये
झेल गरीबी वो दस्तूर बना अब अमीरी से डरते हैं!
कैसे बदले सोच ऐसे लोगों का उन्हें अमीर बनाये
नहीं मुश्किल ये भी कोई अगर हम कुएँ का रस्सी बनजाये !
हमारी कोशिश की कोमल रस्सी सख्त पत्थर पे दाग
बनायेगी, उन्हें समझ में आयेगी !
तब वो सोच को अपना बदलेंगे
और जीवन उनका भी बदल जायेगा !
अगर जीवन में कुछ करना हैं हासिल तो
अपनी सोच को बदलो !!!
— Written by Anil Sinha