जो बोओगे सो काटोगे !
बहुत ही तेजी से बढ़ रहें हो आप !
पाषाण युग से बढ़कर अणुबम तक आचुके हो आप !!
अविष्कार जो भी किये अच्छा किये आप !
सुख के साधन ढूंढते ढूंढ़ते दुख भी ढूंढ़ लाये आप !!
बहुत आगे निकाल आये हो छोड़ के अतीत को पीछे आप !
सब कुछ तो अच्छा ही था अगर बम ना बनाये होते आप !!
मै जानता हूँ होड़ सी मची थी एक दूसरे को पछाड़ने की क्या करते आप !
बात तकनिकी होड़ की नजाने कब सुरक्षा की होड़ में बदल गई
और एक से एक ख़तरनाक बम बनाबैठै आप !!
ठीक हैं अबभी वक्त हैं हाथ आपके
नस्ट कर इन सारे बमो को इस श्रिस्टी को बचासकते
हो आप !
वर्ना पूरी दुनिया को कब्रगाह बना सकते हो आप !!
युद्ध के कगार पे खड़ी हैं दुनिया
इसे बचा सकते हो या कब्रगाह बनासकते हो आप !
एक कहावत हैं
जो बोओगे सो काटोगे आप !!!
Written by Anil Sinha