September 13

मै एक फूल !

मुझे गर्व है आपने जीवन पे
बेशक ये पल दो पल का है !

नाज मुझे है अपनी सुंदरता पे
बेशक़ ये पल दो पल का है !

मै इतराती हू अपनी खुसबू पे
बेशक़ ये पल दो पल का है !

क्यो गर्व मुझे है आपने जीवन पे
प्यार का इजहार हो या दूल्हे दुल्हन के गले का हार हो
हर जगह मेरी जरुरत है !

धन्य भाग्य होजाता है जब अर्पण की जाती हू प्रभु के
श्री चरणों पे
या फिर मुझे देश के वीर  शहीद जवानों पर
चढ़ाई जाती है !

जीवन सार्थक तभी लगता है जब काम किसी के आती हू
छणभंगुर है भले ही जीवन वर्षों का सुख दे जाती है !
मुझे गर्व है आपने जीवन पे
बेशक़ ये पल दो पल का है !!

— Written by Anil Sinha


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Posted September 13, 2020 by anilsinha in category "Poems

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